A Simple Key For baglamukhi shabar mantra Unveiled
A Simple Key For baglamukhi shabar mantra Unveiled
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oṃ hrīṃ bagalāmukhi! jagadvaśaṃkarī! māṃ bagale prasīda-prasīda mama sarva manorathāna pūraya-pūraya hrīṃ oṃ svāhā।
जानिए सूर्य ग्रहण की प्राचीन हिंदू पौराणिक कथा कहानी
देवी बगलामुखी ब्रह्मांड की मां के सबसे शक्तिशाली रूपों में से एक हैं। बगलामुखी को उनकी असीमित क्षमताओं के कारण सद्गुणों की संरक्षक और सभी बुराईयों का नाश करने वाला माना जाता है।
According to the ancient Tale, Goddess Parvati questioned Lord Shiva to share a mantra that may be quickly recognized and practised by All people, irrespective of their caste or social status.
ह्रीं बीजाय नमो गुह्ये। स्वाहा शक्तये नम: पाद्यो:।
शिक्षार्थियाें को अच्छे अंक प्राप्त होते हैं और वे लंबे समय के लिए ध्यान केंद्रित कर पाते हैं।
इन दो बगला-शाबर मन्त्रों के अतिरिक्त भी एक अन्य शाबर मंत्र गुरु-प्रसाद स्वरूप हमें प्राप्त हुआ था, जिसका उल्लेख मैं यहाँ कर रहा हूं। इस मन्त्र का विधान यह है कि सर्वप्रथम भगवती का पूजन करके इस मन्त्र का दस हजार की संख्या में जप करने हेतु संकल्पित होना चाहिए। तदोपरान्त एक निश्चित अवधि में जप पूर्ण करके एक हजार की संख्या में इसका हवन ‘मालकांगनी’ से करना चाहिए। तदोपरान्त तर्पण, मार्जन व ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए। तर्पण गुड़ोदक से करें। इस प्रकार इस मन्त्र का अनुष्ठान पूर्ण होता है। फिर नित्य-प्रति एक माला इस मन्त्र की जपते रहना चाहिए। इस मन्त्र का प्रभाव भी अचूक है अतः निश्चित click here रूप से साधक के प्रत्येक अभीष्ट की पूर्ति होती है। मन्त्र इस प्रकार है
अर्थ - मैं देवी बगलामुखी से प्रार्थना करता हूं, जो शत्रुओं के ताकत को नष्ट कर सकती है। शक्तिशाली देवी, कृपया मेरा मार्गदर्शन करें और मुझे जीवन के प्रति स्पष्ट दृष्टिकोण दें।
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oṃ malayācala bagalā bhagavatī mahākrūrī mahākarālī rājamukha bandhanaṃ grāmamukha bandhanaṃ grāmapuruṣa bandhanaṃ kālamukha bandhanaṃ cauramukha bandhanaṃ vyāghramukha bandhanaṃ sarvaduṣṭa graha bandhanaṃ sarvajana bandhanaṃ vaśīkuru huṃ phaṭ svāhā।
जिव्हा खिंच लो शत्रु की सारी, बोल सके न बिच सभारी तुम मातु मैं दास तुम्हारा,
“Aum Hreem Baglamukhi sarv dushtanaam vaacham mukham padam stambhyaJivhaam keelya, buddhim vinaashya hreem aum swaaha”
The Sadhana is highly regarded in certain rural parts and causes a fulfilling yield. Prior to performing the sadhana, the mantra is awakened by chanting it 1008 times through the auspicious occasion of Holi, Diwali